कुछ प्रूफरीडर पूरा अनुवाद बदल देते हैं De persoon die dit onderwerp heeft geplaatst: BHASHNA GUPTA
| BHASHNA GUPTA India Local time: 12:59 Lid 2011 Engels naar Punjabi + ... SITE LOCALIZER
प्रिय अनुवादक मित्रो, आप सभी को मेरा नमस्कार। मैं लगभग पिछले 6 वर्षों से अंग्रेजी से हिंदी व पंजाबी में अनुवाद कार्य कर रही हूं। अधिकतर विदेशी एजेंसियों के साथ काम जारी है। मैं पूरा �... See more प्रिय अनुवादक मित्रो, आप सभी को मेरा नमस्कार। मैं लगभग पिछले 6 वर्षों से अंग्रेजी से हिंदी व पंजाबी में अनुवाद कार्य कर रही हूं। अधिकतर विदेशी एजेंसियों के साथ काम जारी है। मैं पूरा कार्य खुद प्रूफरीड करके या कभी-कभी अन्य अनुवादक मित्रों की सहायता से प्रूफरीड करने के बाद ही एजेंसी को भेजती हूं। अधिकतर एजेंसियां अकसर उस काम को किसी अन्य अनुवादक से प्रूफरीड करवाती हैं। फिर वे मुझे उन गल्तियों को स्वीकार करने या न करने के लिए भेजती हैं। यह देखकर बड़ा दुख होता है कि अकसर प्रूफरीडर पूरे अनुवाद को बदल देते हैं। चूंकि क्लाइंट को लक्ष्य भाषा का कोई ज्ञान नहीं होता, वो बस उसमें टिप्पणियां देखकर यही अनुमान लगा लेते हैं कि हमने गलत या घटिया अनुवाद किया है। पिछले महीने एक ऐसा ही कड़वा अनुभव हुआ और उस क्लाइंट ने काम देना ही बंद कर दिया। हालांकि मुझे उसका कोई दुख नहीं है क्योंकि दोनों भाषाओं में व अच्छे रेट पर काम इतना आ जाता है कि कभी-कभार सप्ताह के सातों दिन काम करना पड़ता है। वैसे भी मैं अपने काम को बोझ समझकर नहीं बल्कि पूरे आनंद के साथ करती हूं, इसलिए गलतियां होने का सवाल ही नहीं उठता। मुझे दुख इस बात का है कि अपनी गलती न होते हुए भी मात्र प्रूफरीडर की नादानी की वजह से मुझे दोषी माना गया। मेरे पास भी प्रूफरीडिंग का काम आता है पर मैं वही गलतियां निकालती हूं जो जायज होती हैं। ऐसे में न समझने वाले क्लाइंट को कैसे भरोसा दिलाया जाए, आप सभी के जवाबों का इंतजार रहेगा। आपका दिन शुभ हो। ▲ Collapse | | | Ashutosh Mitra India Local time: 12:59 Lid 2011 Engels naar Hindi + ... SITE LOCALIZER कोई समाधान नहीं है... | May 1, 2014 |
अगर किसी को ज्ञान बघारने का शौक हो तो उसका कोई समाधान नहीं है। दरअसल बहुत से लोगों को यह लगता है कि वे किसी भी विषय के विशेषज्ञ हो सकते हैं। समस्या यहीं आती है। जब प्रूफरीडिंग या अनुवाद करने वाल... See more अगर किसी को ज्ञान बघारने का शौक हो तो उसका कोई समाधान नहीं है। दरअसल बहुत से लोगों को यह लगता है कि वे किसी भी विषय के विशेषज्ञ हो सकते हैं। समस्या यहीं आती है। जब प्रूफरीडिंग या अनुवाद करने वाला/वाली प्रत्येक विषय को समान रूप से निबटाने बैठते हैं तो कुछ भी हो सकता है। फिर क्लाइंट आपको यह हक तो देता ही है कि क्या रखना है और क्या छोड़ना है। आप अंतिम अनुवाद भेजते समय थोड़ा अतिरिक्त परिश्रम करके उन प्रस्तावित सुधारों का स्पष्टीकरण भेज सकती हैं। वैसे यह समस्या हर भाषा युग्म के साथ होती होगी। सादर ▲ Collapse | | | BHASHNA GUPTA India Local time: 12:59 Lid 2011 Engels naar Punjabi + ... ONDERWERPSTARTER SITE LOCALIZER
तुरंत जवाब देने के लिए अनेक धन्यवाद आशुतोष जी। सही कहा आपने कि कुछ लोगों को ज्ञान बघारने बहुत शौक होता है, वो यह भी नहीं सोचते कि कल उनके साथ भी यह हो सकता है। काफी क्लाइंट इसका पूरा हक ... See more तुरंत जवाब देने के लिए अनेक धन्यवाद आशुतोष जी। सही कहा आपने कि कुछ लोगों को ज्ञान बघारने बहुत शौक होता है, वो यह भी नहीं सोचते कि कल उनके साथ भी यह हो सकता है। काफी क्लाइंट इसका पूरा हक देते हैं कि हम जो चाहें रख या छोड़ सकते हैं पर कुछेक क्लाइंट समझने को तैयार नहीं होते। अभी कल का ही वाकया है। मेरे पास एक पंजाबी प्रूफरीडिंग का काम आया और क्लाइंट ने एक शब्द भेजकर पूछा कि क्या यह सही है पर अनुवादक ने उसका लिप्यंतरण किया हुआ था और वो भी गलत जबकि उसका अच्छा-खासा अर्थ पंजाबी में मौजूद है। अब सच्चाई तो बतानी ही थी सो मजबूरन मुझे क्लाइंट को बताना पड़ा। फिर क्लाइंट ने पूछा कि क्या आपके देश में लोग इसे समझ सकेंगे तो मैंने क्लांइट को भरोसा दिलाया कि वे उसकी चिंता न करें हालांकि यह गलत लिप्यंतरण है, फिर भी भारत में लोग इसे आसानी से समझ लेंगे। खैर, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। ▲ Collapse | | | कहने से ही बात बनेगी | May 3, 2014 |
भाषणा जी मैं आपकी भावनाओं को समझ सकता हूँ। ऐसा सभी के साथ होता है। लेकिन आप घबराएं नहीं। मैंने देखा है कि आप मेहनती व काबिल हैं। और मैं चाहता हूँ कि आप इसे पेशेवराना अंदाज में ही लें। दरअसल ... See more भाषणा जी मैं आपकी भावनाओं को समझ सकता हूँ। ऐसा सभी के साथ होता है। लेकिन आप घबराएं नहीं। मैंने देखा है कि आप मेहनती व काबिल हैं। और मैं चाहता हूँ कि आप इसे पेशेवराना अंदाज में ही लें। दरअसल मुझे भी मेरे एक अनुवादक मित्र ने बताया था कि यह बाज़ार है और यहां पर बाज़ार की शर्तों के मुताबिक चलना होता है। सारी चीज़े आपके विपणन पर निर्भर करती हैं और यही वजह है कि जिसका शोर-शराबा ज्यादा होता है अक्सर उस पर विश्वास भी जम जाता है... ज़मीनी हकीकत तक ना तो ऐसे लोगों की पहुँच होती है और ना ही वो इसकी जहमत उठाते हैं। बेहतर यही होगा की हम लोग ना हारें और अपनी बात यथासंभव तरीकों से पुरजोर कोशिशों से फैलाने का प्रयास करें। ▲ Collapse | |
|
|
BHASHNA GUPTA India Local time: 12:59 Lid 2011 Engels naar Punjabi + ... ONDERWERPSTARTER SITE LOCALIZER क्लाइंट्स को समझना होगा | May 3, 2014 |
जवाब देने के लिए आपका अनेक धन्यवाद। वैसे मैं इसे पेशेवाराना अंदाज में ही लेती हूं और अगर प्रूफरीडर का सुझाया कोई शब्द या वाक्य मेरे अनुवाद से बेहतर होता है तो मैं बेझिझक उसे स्वीकार करती ... See more जवाब देने के लिए आपका अनेक धन्यवाद। वैसे मैं इसे पेशेवाराना अंदाज में ही लेती हूं और अगर प्रूफरीडर का सुझाया कोई शब्द या वाक्य मेरे अनुवाद से बेहतर होता है तो मैं बेझिझक उसे स्वीकार करती हूं लेकिन दुख तब होता है जब प्रूफरीडर बिना सोचे-समझे बदलाव करके एजेंसी की नज़रों में मुझे दोषी बना देते हैं। वैसे तो निरंतर रूप से साथ काम करने पर क्लाइंट भी समझ ही जाते हैं पर कुछ क्लाइंट ऐसे भी होते हैं, जो सिर्फ प्रूफ किए गए शब्दों पर ही ध्यान देते हैं। उन्हें समझाना थोड़ा मुश्किल होता है। खैर, आपका बहुत-बहुत शुक्रिया। ▲ Collapse | | |
भाषणाजी, सबसे पहले मैं आपको बधाई देना चाहूंगी कि आपने यह मुद्दा सामने लाया हैं। मैंने भी अक्सर यह अनुभव लिया हैं कि दुर्भाग्यवश कई प्रूफ रीडर्स बहुत सारी गलतियाँ निकालके का मतलब अच्छा प्रू... See more भाषणाजी, सबसे पहले मैं आपको बधाई देना चाहूंगी कि आपने यह मुद्दा सामने लाया हैं। मैंने भी अक्सर यह अनुभव लिया हैं कि दुर्भाग्यवश कई प्रूफ रीडर्स बहुत सारी गलतियाँ निकालके का मतलब अच्छा प्रूफ रीडिंग समझते हैं। मराठी में मुझे एक दो मेरे सही अनुवाद को निकालकर स्पेलिंग और ग्रामर की गलतियों के साथ गलत अनुवाद को उस जगह डालना पड़ा चूँकि क्लाईंट के प्रूफ रीडर ने वह फ़ाइनल किया था। हाल ही में एक हिन्दी अनुवाद की जॉब में प्रूफ रीडर ने सभी स्टेटमेंट्स पूरे बदल दिये जो की मेरे हिसाब से stylistic changes थे और क्लाईंट के सामने ऐसा चित्र बनाया कि मैं एक अच्छी अनुवादक नहीं हूँ और उस रिपोर्ट पर क्लाईंटने मुझे कम जॉब्स देना शुरू कर दिया। लिप्यंतरण के बारे में क्लाईंट से प्रोजेक्ट शुरू होने से पहले चर्चा कर लेना अच्छा हैं। मैंने ऐसा भी अनुभव लिया हैं कि एजेन्सीस अनुवाद करने कहती हैं और बाद में क्लाईंट एडिट के नाम पर लिप्यंतरण या vice-versa करने को कहती हैं। इन वाकियों ने मुझे और अच्छा काम करने के लिए उकसाया हैं। मुझे लगता हैं कि ऐसे वाकियों से हम निराश न होके अपना अच्छा काम जारी रखने में ही हमारी भलाई हैं क्योंकि जो अच्छा हैं वहीं यहाँ रहेगा।
[Edited at 2014-05-05 07:17 GMT]
[Edited at 2014-05-05 07:18 GMT] ▲ Collapse | | | BHASHNA GUPTA India Local time: 12:59 Lid 2011 Engels naar Punjabi + ... ONDERWERPSTARTER SITE LOCALIZER कुछ अनुभवी प्रूफरीडर भी ऐसा करते हैं | May 5, 2014 |
कीर्ति जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। मैंने अकसर देखा है कि ऐसे प्रूफरीडर अनुभवी तो होते हैं पर उनमें यह समझ नहीं होती कि प्रूफरीडिंग वास्तव में होती क्या है। प्रूफरीडिंग का मतलब होता है �... See more कीर्ति जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। मैंने अकसर देखा है कि ऐसे प्रूफरीडर अनुभवी तो होते हैं पर उनमें यह समझ नहीं होती कि प्रूफरीडिंग वास्तव में होती क्या है। प्रूफरीडिंग का मतलब होता है टाइपिंग की अशुद्धियों को निकालना, अगर कुछ छूट गया है, उसका अनुवाद करके उसे उस दस्तावेज में जोड़ना या फिर गलत अनुवाद को सही करना। लेकिन वो तो समझ लेते हैं कि उन्हें पूरे अनुवाद को बदलने का अधिकार मिल गया है। शायद वे इन पोस्ट्स को पढ़ें व समझ जाएं कि वे कितना गलत कर रहे हैं। आशा है, आप जैसे अनुवादक मित्रों का सहयोग यूं ही मिलता रहेगा। एक बार फिर, आपका अनेक धन्यवाद। ▲ Collapse | | | Lalit Sati India Local time: 12:59 Lid 2010 Engels naar Hindi + ... एक पहलू यह भी | May 5, 2014 |
यदि प्रूफ़रीडर पेशेवर ढंग से समीक्षा करने के बजाय काम हथियाने जैसी तुच्छ बातों के वशीभूत होकर काम करेगा तो समस्या आ सकती है। ऐसा कुछेक मामलों में होता दिखाई भी पड़ता है, तथापि इससे भी बड़ी समस... See more यदि प्रूफ़रीडर पेशेवर ढंग से समीक्षा करने के बजाय काम हथियाने जैसी तुच्छ बातों के वशीभूत होकर काम करेगा तो समस्या आ सकती है। ऐसा कुछेक मामलों में होता दिखाई भी पड़ता है, तथापि इससे भी बड़ी समस्या यह है कि ऐसे अनेकानेक लोग कमर्शियल हिंदी अनुवाद से आज जुड़े हुए हैं, जिनके पास हिंदी भाषा की बुनियादी समझ भी नहीं है। हिंदी फ़िल्मों, टीवी सीरियलों से उनकी भाषा का परिमार्जन कितना हो पाता होगा, इसकी कल्पना की जा सकती है। हिंदी भाषा के व्याकरण, साहित्य से अपरिचित ऐसे लोगों की हिंदी कैसी होती है, इसके लिए दूर क्या जाएँ, प्रोज़.कॉम के हिंदी फ़ोरम, कुडोज़ प्रश्न मंच में ही यहाँ-वहाँ अनेक उदाहरण मिल जाएँगे। पूज्यनीय लिखें कि पूजनीय, यह अंतर तो छोड़िए इन परमपूजनीयों को यह भी नहीं पता होता है कि "कि" और "की" का प्रयोग कहाँ कैसे होता है। बड़ी दिलचस्प बात है कि ये लोग हिंदी भाषा के विशेषज्ञ होने की ख़ुशफ़हमी और अति-आत्मविश्वास के साथ नमूदार होते हैं और साधिकार दूसरों के काम में मीनमेख निकालते हैं। बहरहाल, हिंदी में अच्छे प्रूफ़रीडर और समीक्षक भी हैं, जिनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। कोई भी समझदार, अनुभवी और पेशेवर अनुवादक अनुवाद में अनावश्यक कमियाँ निकालने का काम नहीं करेगा, ऐसा मुझे लगता है। और लोगों के क्या अनुभव हैं मुझे नहीं पता, लेकिन अनुवाद में मुझसे तो कई बार ग़लती रह जाती है। प्रूफ़रीडर या रिव्यूअर ग़लती ढूँढ़कर बता देता है तो अच्छा ही रहता है। कुछेक मामलों में ऐसा अवश्य हुआ है कि प्रूफ़रीडर ने अनावश्यक रूप से करेक्शनों की झड़ी लगा दी, मीनमेख की अति कर दी। इस समस्या का क्या समाधान हो इसके बारे में मैं भी स्पष्ट नहीं हूँ। मेरी कोशिश रहती है कि क्लाइंट के समक्ष यथासंभव अपने तर्क रख दिए जाएँ और बाकी दुआ की जाए कि ऐसे प्रूफ़रीडरों से राम बचाए।
[Edited at 2014-05-05 12:30 GMT] ▲ Collapse | |
|
|
BHASHNA GUPTA India Local time: 12:59 Lid 2011 Engels naar Punjabi + ... ONDERWERPSTARTER SITE LOCALIZER ऐसे प्रूफरी़डर्स से राम बचाए | May 5, 2014 |
आपका अनेक धन्यवाद ललित जी। आपने सही कहा कि अगर प्रूफरीडर वास्तव में सही प्रकार से प्रूफरीडिंग करता है तो कुछ सीखने को ही मिलता है लेकिन ऐसे प्रूफरीडर बहुत कम हैं। कभी-कभार ऐसी स्थिति भी आ... See more आपका अनेक धन्यवाद ललित जी। आपने सही कहा कि अगर प्रूफरीडर वास्तव में सही प्रकार से प्रूफरीडिंग करता है तो कुछ सीखने को ही मिलता है लेकिन ऐसे प्रूफरीडर बहुत कम हैं। कभी-कभार ऐसी स्थिति भी आ जाती है कि क्लाइंट बार-बार हमसे सफाई मांगते हैं, ऐसे में बड़ा मुश्किल हो जाता है। मेरे कुछ क्लाइंट ऐसे हैं जो यह भलीभांति समझते हैं और वे मुझे उन करेक्शंस स्वीकार करने या न करने का पूरा अधिकार देते हैं। वैसे आजकल मैं अकसर क्लांइट को पहले से ही बता देती हूं कि मुझे शब्दश: अनुवाद करना पसंद नहीं और मैं लक्ष्य भाषा के अनुसार ही अनुवाद करती हूं। आपके सहयोग के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया। ▲ Collapse | | | Kamta Prasad India Local time: 12:59 Lid 2007 Engels naar Hindi + ...
नमस्कार। एकाध बार दोयम दर्जे के स्वदेशी चिरकुटों ने प्रूफरीडिंग के नाम पर पूरा पैसा हजम करने की हिमाकत की थी पर वह अपवाद ही था। जो विदेशी क्लाइंट अत्यधिक चतुराई दिखाते हैं वे अक्सर गड्ढे में गिरते हैं। अगर हम अपना काम ईमानदारी और लगन से करेंगे तो हमारा लांग टर्म में कोई नुकसान नहीं होगा। प्रायः लोग काम हथियाने के चक्कर में अनुवादक को घटिया बताने की प्रवृत्ति रखते हैं। | | | BHASHNA GUPTA India Local time: 12:59 Lid 2011 Engels naar Punjabi + ... ONDERWERPSTARTER SITE LOCALIZER क्लांइट को भी नुक्सान तो होता ही है | May 6, 2014 |
आपका अनेक धन्यवाद। बिल्कुल, लांग टर्म में कोई नुक्सान नहीं होगा। वास्तव में ऐसे लोगों पर भरोसा करने से क्लाइंट भी नुक्सान में ही रहते हैं क्योंकि बाद में उन्हें सब समझ आ जाता है। बहुत-बहुत शुक्रिया। | | | acetran Lid Engels naar Hindi + ... मैं भी भुक्तभोगी हूँ | May 19, 2014 |
मेरे साथ कई बार ऐसा हुआ है। एक बार प्रूफरीडर ने मेंरे बारे में यह कमेंट दिया: "...The translation was average. I felt that the translator has a Marathi accent which reflects in the spellings of words, country names and sentence formations." मुझे मराठी बहुत कम आती और मैंने इसका जम कर व... See more मेरे साथ कई बार ऐसा हुआ है। एक बार प्रूफरीडर ने मेंरे बारे में यह कमेंट दिया: "...The translation was average. I felt that the translator has a Marathi accent which reflects in the spellings of words, country names and sentence formations." मुझे मराठी बहुत कम आती और मैंने इसका जम कर विरोध किया। विदेशी एजेंसी को शायद बात समझ में आ गयी। दूसरी बार किसी अन्य प्रूफरीडर ने यह कहा:"...The translator is Nepali native which is evident from his translation..." मुझे नेपाली नहीं आती और इस बार भी मैंने खूब विरोध किया। विरोध में इतने पॉइंट लिख डाले कि वह पढ़ते-पढ़ते हैरान हो गया होगा... तर्कसंगत तरीके से विरोध करना मेरे लिए अच्छा उपाय सिद्ध हुआ है। शायद आपके लिए भी मददगार सिद्ध हो... नमस्कार! ▲ Collapse | |
|
|
BHASHNA GUPTA India Local time: 12:59 Lid 2011 Engels naar Punjabi + ... ONDERWERPSTARTER SITE LOCALIZER कितनी हास्यास्पद बात है | May 19, 2014 |
मुझे हौंसला देने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यदाद। मैं पंजाबी व हिंदी में अनुवाद करती हूं। एक बार किसी प्रूफरीडर ने विदेशी एजेंसी को मेरे अनुवाद पर यह टिप्पणी दी कि यह अनुवादक सिर्फ हिंदी भ�... See more मुझे हौंसला देने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यदाद। मैं पंजाबी व हिंदी में अनुवाद करती हूं। एक बार किसी प्रूफरीडर ने विदेशी एजेंसी को मेरे अनुवाद पर यह टिप्पणी दी कि यह अनुवादक सिर्फ हिंदी भाषा जानता है, इसे पंजाबी बिल्कुल नहीं आती। पढ़कर हंसी व गुस्सा आने के साथ-साथ दुख भी हुआ क्योंकि मैं पंजाब राज्य में पली-बढ़ी हूं, वहां से ही मैंने दसवीं तक पढ़ाई की है, वो भी पंजाबी माध्यम से। यहां तक हिंदी का सवाल है, तो शुरू से ही हिंदी कहानियां व उपन्यास पढ़ने के रुझान ने लेखक बना दिया और मैंने राष्ट्रीय स्तर के कई पत्र-पत्रिकाओं में कई वर्ष तक हिंदी में लेखन कार्य किया है। साथ ही, कुछ फीचर एजेंसियों व पत्रिकाओं में बतौर उप संपादक काम भी किया है। आपने सही कहा कि तर्कसंगत तरीके से विरोध करना मददगार साबित हो सकता है। वैसे अब मैं इस बात को ध्यान में रखकर काम करती हूं कि अगर क्लाइंट मेरे अनुवाद को प्रूफरीड करवाए तो कम से कम मेरी तरफ से कोई ऐसा प्वाइंट न मिले, जिसका मैं तर्क न दे पाऊं। एक बार फिर आपका अनेक धन्यवाद। ▲ Collapse | | | To report site rules violations or get help, contact a site moderator: You can also contact site staff by submitting a support request » कुछ प्रूफरीडर पूरा अनुवाद बदल देते हैं Protemos translation business management system | Create your account in minutes, and start working! 3-month trial for agencies, and free for freelancers!
The system lets you keep client/vendor database, with contacts and rates, manage projects and assign jobs to vendors, issue invoices, track payments, store and manage project files, generate business reports on turnover profit per client/manager etc.
More info » |
| Trados Studio 2022 Freelance | The leading translation software used by over 270,000 translators.
Designed with your feedback in mind, Trados Studio 2022 delivers an unrivalled, powerful desktop
and cloud solution, empowering you to work in the most efficient and cost-effective way.
More info » |
|
| | | | X Sign in to your ProZ.com account... | | | | | |